[basti] - आग का कहर: कहीं घर जले कहीं फसल
बस्ती। आग का कहर लगातार जारी है। रविवार को जहां जिले में कई बीघे फसल, जंगल और दुबौलिया के कठौतिया गांव में 67 घर जले थे वहीं सोमवार को गायघाट में छप्पर का घर, कुदरहा के तेंदुआ में गेहूं और गन्ना तथा मानिकचंद और नगरबाजार क्षेत्र में खेत में डंठल।
गायघाट प्रतिनिधि के मुताबिक सोमवार शाम करीब छह बजे शॉर्ट सर्किट से गायघाट निवासी नसीम के छप्पर के घर में आग लग गई। नसीम परिवार के साथ पश्चिमी चौराहे के मढ़ौरा पर छप्पर डाल कर रहते हैं। परिवार के 10 लोगों का खर्चा मेहनत मजदूरी से चलता है।शाम को एक ट्रक रामजीत के घर के सामने से गुजरा तो बिजली के तार में फंस गया और नसीम के घर जाने वाले तार में उठी चिंगारी छप्पर पर गिरकर शोला बन गई। देखते ही देखते पूरा घर धूधू कर जलने लगा। दूसरे बेटे की रमजान के बाद शादी थी। 40 हजार नकद, जेवर आदि जल गया। प्रभारी निरीक्षक कलवारी शिवाकान्त मिश्र ने पीड़ित परिवार को तत्काल एक हजार की सहायता दी।
लालगंज प्रतिनिधि के मुताबिक कुदरहा ब्लॉक के तेंदुआ सीवान में गेहूं के खेत में लगी आग लग गई। जिसमें बारीघाट के रमेश चौधरी, शिव पूजन की फसल जल गई। वहीं गौरा के जयसिंह, नरसिंह, ओमप्रकाश का तीन बीघा गन्ना जल गया। गांववालों के शोर पर कई गांवों के लोग जुटे तब जाकर आग पर काबू पाया जा सका। सूचना के ढाई घंटे बाद फ़ायर ब्रिगेड की टीम पहुंची।
नगर बाजार के अठदमा व जसईपुर में करीब दोपहर करीब तीन बजे शार्ट सर्किट से उठी चिंगारी से खेत में पड़े डंठल में आग लग गई।गांव वालों ने मेहनत कर आग को आगे बढ़ने से रोक लिया। जिससे सैंकड़ों बीघा गेहूं की फसल जलने से बच गई। गांव वालों का कहना है कि बाहर लगे बिजली के तार काफी जर्जर और ढीले हैं। तेज हवा चलने पर आपस में टकरा जाते हैं जिससे चिंगारी निकलती है। किसी दिन बड़ा हादसा हो सकता है।
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