[amroha] - खादर की आबादी के लिए आफत बन रही बारिश
गजरौला। पहाड़ और मैदान में हो रही बारिश खादर के लिए आफत बन रही है। गंगा के उफान से बाढ़ का पानी दर्जनों घरों में घुस गया है। इससे खादरवासियों की नींद हराम हो गई है। लोग अपना कामधंधा छोड़ गंगा के पानी पर ही नजर रख रहे हैं। मालूम नहीं कब पलायन के हालात पैदा जाएं।
सोमवार को बिजनौर बैराज से सुबह में 142400 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। दोपहर दो बजे तक डिस्चार्ज बढ़ाकर 147485 कर दिया। तिगरी में गंगा का जलस्तर दस सेमी बढ़ोतरी के साथ 200.30 पहुंच गया है। वहीं ब्रजघाट में 198.55 दर्ज किया गया। तिगरी में खतरे का निशान 1.70 मीटर दूर ही रह गया है लेकिन, इस पर भी लोगों के घरों में पानी घुसना शुरु हो गया है। टीकोवाली में चेतराम, रुपेश, हुकम, राजू, जयपाल के घर में पानी घुस आया। उधर भुड्डीवाली पूरी तरह से गंगा की धार के मुहाने पर आ गया है। भुुड्डीवाली की तरफ कटान करते हुए गंगा तेजी से बढ़ रही है। यहां गांव वालों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच गई हैं। ग्रामीण पूरी तरह से सतर्क हैं। अगर गांव कटा तो ग्रामीण पलायन कर जाएंगे। इसके अलावा जाटोवाली में कृष्णा के घर में पानी पहुंच गया। शीशोवाली को पानी ने चारों तरफ से घेर लिया है। बस गांव में पानी घुसना बाकी रह गया है। साथ ही दारानगर के एक घर में भी पानी पहुंच गया। खादर में बसे मंदिरवाली में भी हाल बेहाल है। गांव के चारों तरफ सभी गांव में पानी खड़ा हुआ है। संपर्क मार्ग पहले ही कट चुके हैं। शहर से इन सभी गांव का संपर्क कटा हुआ है। कुछ लोग की हिम्मत करके नाव से शहर आ रहे हैं।
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