[varanasi] - श्रावण मास में मृत्यु लोक का भ्रमण करते हैं भगवान शिव
खुटहन। महमदपुर गुलरा गांव स्थित शिव मंदिर पर सामूहिक रुद्राभिषेक का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में भक्तो ने भगवान शिव का अभिषेक कर पुण्य हासिल किया। उसके बाद शिव भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमे सैकड़ों भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। आचार्य पंडित रामप्यारे दूबे ने कहा कि रुद्राभिषेक से मनवांछित फलों की प्राप्ति के साथ साथ यह त्रै तापो ( दैहिक, दैविक और भौतिक) से मुक्ति मिलती है। सच्चे मन से किए गए अभिषेक का अच्छा फल अवश्य प्राप्त होता है। पंडित उमेश दूबे ने कहा कि श्रवण मास मे रुद्राभिषेक सबसे पुनीत होता है। इस मास में स्वयं भगवान शंभू देवी पार्वती के साथ कैलाश पर्वत छोड़ मृत्यू लोक में आकर बिचरण करते है। प्रभु स्वयं अपने भक्तों के पास आने को अधीर रहते है। उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए हमे काम, क्रोध, मद, और मोह का परित्याग कर श्रद्धा भाव से उनका स्मरण करना है। उसके बाद स्वयं ही मेरा-तेरा और अपना पराया का विभेद खत्म हो जायेगा। फिर आप सबके और सब अपने लगने लगेगें। उन्होने कहा कि वांछित फल प्राप्त करने के लिए अभिषेक की अलग अलग बिधाएं है। धन प्राप्ति के लिए मधु,रोग निवारण के लिए कुश जल, सुख समृद्धि के लिए गाय का दूध आदि से मनोकामना पूर्ण होती है। इसके अलावा गन्ने का रस, गंगाजल से भी अभिषेक किया जाता है। इस मौके पर पंडित बिजय शंकर पाण्डेय, पंडित संजय दत्त पाण्डेय, पिन्टू, धनंजय, मिन्टू, राजन, राहुल, संजय सिंह, जग्गू सिंह, कालू सिंह, मुरली यादव आदि ने अभिषेक किया।
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