[bageshwar] - छह महीने में तीन मासूम बने तेंदुए का निवाला, कत्यूर घाटी में दहशत
गढ़खेत रेंज के हरीनगरी में दो मासूमों को निवाला बनाने के ठीक एक माह बाद हरीनगरी से लगे सालमगढ़ गांव में तेंदुए द्वारा तीन सितंबर की रात मासूम ज्योति (4) को निवाला बनाने की घटना से कत्यूर घाटी के लोग दहशत में है। घटना के बाद से लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि शिकारी लखपत सिंह ने 17 जून को हरीनगरी में जो तेंदुआ मार गिराया वही नरभक्षी था भी या नहीं। उन्होंने आदमखोर तेंदुए को मार गिराने की मांग की है।
हरीनगरी के प्रधान लक्ष्मण राम आर्य ने बताया कि तेंदुए ने 11 जून को उनके गांव के दीपक (5) पुत्र दिवान को और इससे पूर्व हरीनगरी गांव में ही 23 मार्च को दीपक कुमार के बेटे करन (6) को तेंदुए ने आंगन से उठाकर निवाला बना लिया था। घटना के बाद शासन के निर्देश पर शिकारी लखपत सिंह ने छह दिन गांव में डेरा डालने के बाद एक तेंदुए को मार गिराया था।...
यहां पढें पूरी खबर— - http://v.duta.us/gvJoGAAA