[ghazipur] - बाढ़ का खतरा : दहशत में है लाखों की आबादी
मुहम्मदाबाद। गंगा के जलस्तर में बुधवार को भी वृद्धि जारी रहने से तटवर्ती दर्जनों गांव के लोगों को बाढ़ का खतरा सताने लगा है। कटान का दंश झेल रहे सेमरा एवं शिवराय का पुरा के लोग क्षतिग्रस्त ठोकर की पूर्ण मरम्मत न हो पाने को लेकर विशेष चिंतित हैं।
गंगा के जलस्तर में पिछले तीन दिनों से बढ़ोतरी का क्रम जारी रहने से गौसपुर से बीरपुर तक लगभग 20 किलोमीटर के क्षेत्र में तटवर्ती गांव के लोग बाढ़ का खतरा महसूस कर अभी से पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के साथ ही गंगा के किनारे चरी आदि की फसल को काट कर हटाने में लगे हैं। पिछले कई वर्षों से कटान का दंश झेल रहे सेमरा एवं शिवरायकापुरा को बचाने के लिए बने ठोकर के क्षतिग्रस्त हो जाने से चिंतित ग्रामवासियों के आंदोलन को देखते हुए शासन द्वारा करोड़ों रुपये की लागत से ठोकर मरम्मत का कार्य शुरू कराया गया लेकिन उसके पूर्ण न होने के कारण गंगा की धाराओं में क्षतिग्रस्त ठोकर कहीं बह न जाये इसको लेकर गांव के लोग काफी चिंतित हैं। शिवरायकापुरा में रामबचन राय के घर के पास हो रहे कटान को रोकने के लिए सिंचाई विभाग द्वारा बांस, झाड़ियां एवं बालू की बोरियां डाल कर कटान को रोकने का प्रयास किया जा रहा है। तिवारीपुर, हरिहरपुर,़सुल्तानपुर, शेरपुर, बीरपुर, बच्छलकापुरा आदि तटवर्ती गांव के लोगों की फसलों के लिए बाढ़ के चलते खतरा उत्पन्न हो गया है। गंगा के किनारे बोए गए परवल के खेतों में पानी घुसना शुरू हो जाने से परवल उत्पादक किसान तेजी से परवल की तोड़ाई करने में जुट गए हैं।
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