[mandla] - बंद का असर : चप्पे-चप्पे में पुलिस की नजर
मंडला. अनुसूचित जाति, जनजाति विशेष कानून के विरूद्ध में जिले में बंद का असर दिखाई दे रहा है। लोग स्वेच्छा से बंद का समर्थन कर रहेे हैं। चौक चौराहे में पुलिस मुस्तैद है दोपहर दो बजे से विभिनन्न संगठनों द्वारा रैली निकाली जाएगी। सुबह से चिलमन चौक में भीड़ एकत्रित है। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस बल भी तैनात है। नैनपुर, निवास, भुआबिछिया सहित सभी ब्लॉकों में बंद का असर दिखाई दे रहा है। बस सहित अन्य यात्री वाहनों के बंद रहने से बस स्टैंड में यात्री परेशान नजर आ रहे हैं। यहां तक की उन्हें चाय भी नसीब नहीं हो रही है। यात्री किसी भी तरह गंतव्य तक पहुंचने की जुगात में है। बसों की हड़ताल का फायदा निजी वाहन संचालक उठा रहे हैं। आदिवासी एक्ट के विरूद्ध निवास भी पूर्ण बंद है। नगर के सभी समाज के प्रमुखों ने अपने विचारों के माध्यम से इस एक्ट का विरोध करते हुए कहा कि हम किसी समाज का विरोध नहीं करते बल्कि उच्चतम न्यायालय के निर्णय करने का समर्थन करते हैं। दुख इस बात का है कि हमारे द्वारा ही चुने गए जनप्रतिनिधियों ने संसद के माध्यम से न्यायालय के निर्णय को बदलते हुए इसके विरूद्ध जो अध्यादेश लाने का कार्य किया वह पूर्णत: सामाजिक न्याय के विरूद्ध है। सरकार द्वारा जिस तरह अध्यादेश लाया गया और विरोधी राजनैतिक दलों ने उसका किसी भी तरह विरोध नहीं किया इससे सर्वसमाज आहत है और हम इस अध्यादेश का न केवल विरोध करते है बल्कि न्यायालय द्वारा दिए गए निर्णय को सर्वमान्य मानते हुए इसके पक्ष में खड़े हैं। सामान्य के साथ ही अन्य पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक समाज के तत्वाधान में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।...
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