अब उदयपुर मुख्यालय में आईटी एक्सपर्ट की टीम खंगालेगी पिछले वर्ष का रिकार्ड
अब उदयपुर मुख्यालय में आईटी एक्सपर्ट की टीम खंगालेगी पिछले वर्ष का रिकार्ड
प्लस फोटो.. प्लस ईपीएस
हनुमानगढ़. जिला आबकारी कार्यालय में चालू वर्ष में हुए एक करोड़ के गबन मामले की जांच पूरी हो चुकी है। उदयपुर मुख्यालय से गठित पांच सदस्य टीम ने वित्तीय वर्ष 2019-20 में यानि की एक अप्रेल 2019 से 30 सितंबर 2019 तक के सभी दस्तावेजों की जांच कर ली है। लेकिन आबकारी मुख्यालय के उच्चाधिकारियों के निर्देश पर अब पिछले वित्तीय वर्ष 2018-19 में शराब की हुई खरीद व बिक्री के दस्तावेजों को आईटी एक्सपर्ट की टीम विभागीय मुख्यालय उदयपुर में खंगालेगी। बताया जा रहा है कि गत वर्ष दस्तावेजों को जांचने के दौरान किसी तरह की अनियमितता होने पर आगे कईयों पर गाज गिर सकती है। एक अप्रेल 2019 व 30 सितंबर 2019 तक मदिरा खरीदने के लिए जारी किए गए परमिट में करीब 96 लाख का गबन होना सामने आया है। इसमें से करीब 6 लाख 320 रुपए की रिकवरी नहीं हो पाई है। इस वित्तीय वर्ष के दस्तावेंजों के साथ जांच दल बुधवार को उदयपुर मुख्यालय के लिए रवाना होगा। आबकारी विभाग मुख्यालय के वित्तीय सलाहकार गिरीश कछारा के अनुसार जांच दल की ओर से रिपार्ट सबमिट होने पर मंथन किया जाएगा। इस डिटेल रिपोर्ट के आधार पर जो भी मिलीभगत सामने आती है। उसी के आधार पर ठोस कार्रवाई होगी और जरूरत पढऩे पर संबंधित के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया जाएगा। गौरतलब है कि जिला आबकारी कार्यालय में मदिरा के नाम पर एक बैंक की फर्जी मुहर लगाकर करीब एक करोड़ के घोटाला होने की उदयपुर मुख्यालय टीम ने जांच की है। मामला बड़ा होने के कारण इस प्रकरण पर आबकारी विभाग के उच्चाधिकारी भी नजर रखे हुए हैं। इसके चलते शनिवार को अवकाश के दिन बीकानेर की विभागीय टीम हनुमानगढ़ कार्यालय में दस्तावेज खंगाल चुकी है। अब रविवार से उदयपुर मुख्यालय की टीम दस्तावेज खंगाल रही थी। यह जांच मंगलवार शाम को पूरी हो चुकी है।...
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