आधुनिक संस्कृत कविता की एक नई आवाज नितेश व्यास
एम आई जाहिर/ जोधपुर. संस्कृत ( Sanskrit poetry ) के एक चर्चित युवा कवि हैं नितेश व्यास। वे देववाणी संस्कृत के अलावा राष्ट्रभाषा हिन्दी में भी कविता कर कमाल कर रहे हैं। उन्होंने अपने खूबसूरत लेखन से सुधि पाठकों और कवि सम्मेलनों में श्रोताओं का भी अपनी ओर ध्यान आकृष्ट किया है। वे आधुनिक संस्कृत कविता ( modern poet ) की एक नई आवाज हैं। मृगी, गृहवधू- कार्यालयीय वधू और कृषक: कर्षति मम हृदयम् आदि कविताओं ने संस्कृत जगत् ( sanskrit news ) का ध्यान उनकी ओर आकर्षित किया है। उन्होंने शुक्ल यजुर्वेदीय कर्मकाण्ड पर विशेष अध्ययन किया है। डॉ.नितेश व्यास की कविता वर्तमान युग बोध रेखांकित करती है। साधारण जनता की पीड़ा का संज्ञान कवि ही ले सकता है और इनकी कविता सरल, सुबोध व भावप्रधान है। संस्कृत में वैदर्भी रीति का निदर्शन ( terminology ) इनकी कविताओं में प्राप्त होता है। उनकी वैदिक साहित्य व विश्व साहित्य में भी रुचि है। पेश हैं उनसे बातचीत ( interview ) के संपादित अंश:...
फोटो - http://v.duta.us/USciowAA
यहां पढें पूरी खबर- - http://v.duta.us/ywDoAQEA