'जल और नदियां बचेंगी तो ही जीवन बचेगा'
जल और नदियां बचेंगी तो ही जीवन बचेगा'
दाहा/दोघट (बागपत)। हिंडन, कृष्णा और काली नदियों में बह रहे दूषित जल से बचाव, जागरूकता और एनजीटी में चल रहे प्रकरणों पर मंथन के लिए मंगलवार को दाहा में पंचायत का आयोजन किया गया। इसमें सभी से जल बचाने, नदियों को प्रदूषण से रोकने का आह्वान किया गया। वक्ताओं ने कहा कि जल और नदियां बचेंगी तो ही मानव जीवन बचेगा। असमें लोगों ने विचार व्यक्त किए। वक्ताओं ने कहा कि जल ही जीवन है।
पंचायत में पूर्व साइंटिस्ट डॉ. चंद्रवीर राणा ने कहा कि मेरठ, सहारनपुर, गाजियाबाद, बागपत, मुजफ्फरनगर, शामली जनपदों के 148 गांव के पास से होकर बह रही हिंडन, कृष्णा व काली नदियों के दूषित जल से लाखों लोग प्रभावित हो रहे हैं। नदियों में बह रहे दूषित जल को लेकर एनजीटी तो सख्त है। लेकिन प्रशासन का ढुलमुल रवैया बना हुआ है। अभी तक भी इन नदियों के पानी को स्वच्छ नहीं बनाया जा रहा है जबकि एनजीटी ने स्पष्ट आदेश दिए हैं कि सरकार नदियों के पानी को शुद्ध करेगी। उसके पानी को नहाने योग्य बनाएगी। एनजीटी ने मुख्य सचिव को आदेश दिया था कि जो अधिकारी ठीक काम नहीं कर रहे उन्हें हटा दिया जाए।...
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