बीसलपुर बांध की भराव क्षमता बढ़ती तो बच जाता 87 टीएमसी पानी
अजमेर. यदि राज्य सरकार (state goverment) की इच्छाशक्ति प्रबल होती। दूरगामी लाभ की सोच रखी होती। बांध की भराव क्षमता बढ़ाने के लिए सिंचाई और जलदाय विभाग के तखमीने को अमल में लाया जाता तो बीसलपुर बांध ( bisalpur dame) का लाखों गैलन पानी बेकार नहीं बहता। इस साल बांध की पूर्ण भराव क्षमता से अधिक पानी आने पर बांध प्रशासन को गेट खोलने पड़े। इस साल मानसून काफी मेहरबान रहा। ऐसे में बांध में पानी की खूब आवक रही।
नतीजतन 19 अगस्त से बांध के गेट खोले जाते रहे। यह सही है कि बांध से अब तक 87 टीएमसी पानी छोड़ा जा चुका है। इसी पानी से अजमेर, जयपुर व टोंक जिले को पांच वर्ष (five year) तक की जलापूर्ति की जा सकती थी।...
फोटो - http://v.duta.us/Q837QwAA
यहां पढें पूरी खबर- - http://v.duta.us/biEL9wAA