लंकेश का दहन होते ही गूंजे जय श्रीराम के जयकारे
महोबा। असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक दशहरा पर्व मंगलवार को धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। जगह-जगह चल रहे रामलीला के मंचन में आतिशबाजी के साथ रावण के पुतले दहन किए गए। रावण वध होते ही जय श्रीराम के जयकारे गूंजते रहे। इस दौरान लोगों ने एक-दूसरे को पान खिलाकर पर्व की मुबारकवाद दी।
दशहरा पर्व को लेकर शहर के डाकबंगला मैदान व पुराने रामलीला ग्राउंड में रावण के विशाल पुतले तैयार किए गए। मंगलवार की शाम बड़े पर्दे पर रावण वध की लीला दिखाई गई। रावण का वध होते ही पुतले को आग के हवाले कर दिया गया। तेज आतिशबाजी के साथ धू-धूकर जल रहे रावण के पुतलों को देखने के लिए बड़ी संख्या में भीड़ जुटी रही। आतिशबाजी के सतरंगी नजारे आकर्षण का केंद्र रहे। इस दौरान साहित्य परिषद के अध्यक्ष रमेश जैदका, समाजसेवी शिवकुमार गोस्वामी, कोतवाली प्रभारी विपिन कुमार त्रिवेेदी आदि ने लोगों को पर्व की मुबारकवाद दी।...
फोटो - http://v.duta.us/qIvC2wAA
यहां पढें पूरी खबर- - http://v.duta.us/uMyjOwAA