श्रीराम के अग्निबाण से अहंकारी रावण का अंत
सोनीपत। बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक विजयदशमी पर्व शहर में हर्षोल्लास व धूमधाम के साथ मनाया गया। शहर के अलग-अलग स्थानों पर रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतलों का दहन कर बुराई का अंत किया गया। दशहरा मेले में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। भीड़ नियंत्रित करने में रामलीला आयोजकों व पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। इस दौरान सड़कें भी भीड़ के कारण भरी रहीं। पुलिस की टीमों ने कड़ी मशक्कत से वाहनों को गंतव्य की तरफ रवाना किया।
शहर के कामी रोड पर रामलीला सभा द्वारा ठाकुरद्वारा पंचायती मंदिर की ओर से सभा के प्रधान विजय गौतम के नेतृत्व में रामलीला का मंचन किया गया। रामलीला मैदान मंगलवार को दर्शकों से खचाखच भरा हुआ था। मैदान के आसपास मुख्य मार्ग पर मेला भी आयोजित किया गया। मेले में दर्शकों ने सामान की जमकर खरीदारी की। रामलीला के मंचन के बाद जब राम ने रावण का वध किया और उनके पुतलों को आग लगाई सभी ने खुशी मनाई। इस दौरान मुख्यातिथि कैबिनेट मंत्री कविता जैन व अध्यक्ष राकेश कुच्छल मौजूद रहे। कविता जैन ने कहा कि बुराई को मिटाकर भगवान राम ने अच्छाई का संदेश दिया था। भगवान राम के पथ पर चलकर सच्चाई के रास्ते पर बढ़ना चाहिए और माता-पिता के आदेश को शिरोधार्य रखना चाहिए। इस दौरान प्रवीण कुच्छल, दिलबाग खत्री, डॉ.बालकिशान शर्मा, राजकुमार गोयल, महेंद्र मंगला, अमित कुच्छल, महेंद्र वर्मा, ब्रजमोहन कुच्छल, सुरेश गोयल, रणबीर खत्री, अरुण जैन, राजकुमार कुच्छल, सतीश गौतम, प्रवीण गोयल, रतन जैन आदि मौजूद रहे।
फोटो - http://v.duta.us/sq8aQQAA
यहां पढें पूरी खबर- - http://v.duta.us/ZK_DmQAA