शहर की गोशाला और नंदीशाला में बीमारी से मर रहा गोवंश, रोजाना हो रही एक-दो मौत
शाहजहांपुर। शहर में संचालित गोशाला और नंदीशाला की स्थिति सुधरने का नाम नहीं ले रही। भूख और बीमारी से आए दिन गोवंश दम तोड़ रहे हैं, लेकिन जिम्मेदार लोग सिर्फ इलाज के अभाव में मौत होने की बात कहकर पल्ला झाड़ रहे हैं।
शाहजहांपुर में एक सरकारी जिला गोसदन समेत 49 गोशालाएं हैं, जिनमें निराश्रित गोवंश को रखा गया है। इसके अलावा नगरीय क्षेत्रों में एक या दो गोशालाएं बनीं हैं। नगर निगम की ओर से शहर में पुवायां रोड स्थित सिंचाई विभाग के गेस्ट हाउस में नंदीशाला और मघई टोला में गोशाला का संचालन किया जा रहा है। दोनों में मिलाकर करीब 400 गोवंश है। इनके खाने-पीने की व्यवस्था नगर निगम की ओर से की जाती है, लेकिन गोशाला और नंदीशाला की स्थिति को देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि उनमें रहने वाले गोवंश की स्थिति कितनी दयनीय है। गोरक्षकों की माने तो गोशाला और नंदीशाला में गायों को खाने के लिए सूखा भूसा और चारा ही दिया जाता है। अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा साफ कह दिया जाता है कि सरकार की ओर से चोकर के लिए अलग से रुपया नहीं आता।...
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