[indore] - फरारी के दौरान पेट्रोल पंप की कमाई से चला रहा था अपना खर्च
इंदौर. आबकारी घोटाले के फरार आरोपी विजय श्रीवास्तव को लखनऊ से गिरफ्तार कर पुलिस देर रात इंदौर लाई। पूछताछ में पता चला कि आरोपी का बलवाड़ा में एक पेट्रोल पंप है। पेट्रोल पंप की आमदनी उसे कर्मचारी पहुंचाते थे जिसके कारण फरारी के दौरान वह अपना खर्च चला रहा था।
एएसपी अमरेंद्रसिंह के मुताबिक, विजयकुमार पिता कृष्णकुमार श्रीवास्तव निवासी ओपोली डीबी सिटी को लखनऊ से पकड़ा है। आरोपी काफी समय से लखनऊ में परिवार के साथ रह रहा था। घर के बाहर कैमरे लगा रखे थे जिसके जरिए वह बाहर की गतिविधियों पर नजर रखता था। पुलिस टीम ने रैकी करने के बाद दूध वाला बनकर घर का दरवाजा खुलवाया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। 42 करोड़ के आबकारी घोटाले में आरोपी अगस्त 2017 से फरार था और उस पर 20 हजार का इनाम घोषित था। आरोपी एमजी रोड ठेकेदार समूह से जुड़ा था और उस पर करीब 7 करोड़ 31 लाख रुपए बकाया था। पूछताछ में पता चला कि आरोपी पहले घाटा बिल्लोद की शराब फैक्टरी में काम करता था ौर बाद में भिलाई चला गया। 2005 में लौटने के बाद उसने शराब ठेकेदार के साथ काम करने लगा और 2012 से खुद शराब ठेके लेने लगा था। 2017-18 में उसके पास जो शराब दुकानें थी वह दूसरे शराब ठेकेदार को हस्तांतरित कर दी और बकाया जमा करने के लिए फर्जी चालान का सहारा लिया था। आरोपी फरार होने के बाद गोंडा, लखनऊ, कानपुर, भोपाल, बलवाड़ा, खंडवा आइद शहर में रहा। उसका खंडवा रोड बलवाडा में पेट्रोल पंप है जहां की आमदनी उसे कर्मचारी पहुंचा रहे थे और वह फरारी काट रहा था। फरारी में सहयोग करने वालों को भी पुलिस आरोपी बनाने की तैयारी में है।
फोटो - http://v.duta.us/qbvpogAA
यहां पढें पूरी खबर— - http://v.duta.us/unU3RgAA